How to take care of potted plants at home // घर पर गमले में लगे पौधों की देखरेख कैसे करें

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 आजकल हर कोई अपने घरों में पेड़ पौधों को लगाते हैं। घर में पेड़ plant पौधे लगाने से घर का वातावरण स्वच्छ बना रहता है। घर पर पेड़ पौधे लगाने से घर भी काफी सुंदर लगने लगता है। आजकल तो गमले में लगे पेड़ पौधे देखने को मिल ही जाते हैं। आजकल आप लोगों ने शहर में देखा ही होगा। पेड़ पौधे गमले में लगाए जा रहे हैं। क्योंकि शहरी लोगों के पास अपना खुद का बगीचा नहीं है। बगीचा ना होने के कारण शहरी लोग गार्डनिंग का शौक गमलों pots में ही करते हैं। और वह गमले में ही कई तरह के पेड़ पौधे लगा लेते हैं। और आप अपना शौक को पूरा करने के लिए काफी मेहनत भी करते हैं। लेकिन आपके द्वारा काफी मेहनत करने के बाद भी गमले में पौधों का उचित विकास नहीं होता। तो आज हम आपको गमले में पौधों की कैसे देखरेख करें ? इसके लिए आपको किन किन बातों का ध्यान रखना है। गमले में खाद कैसे देती हैं। पौधों के लिए कीटनाशक की मात्रा क्या होगी ? इस तरह की बहुत सी बातें हैं हम आपके साथ शेयर करने वाले हैं।

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कौन सा गमला सबसे बेहतर होता है ?
आजकल अनेक तरह के गमले प्रयोग किये जाते हैं। जैसे प्लास्टिक का गमला , सीमेंट का गमला, मिट्टी का गमला लेकिन जरूरत के हिसाब से गमले का चयन किया जाता है। अगर आपका बगीचा घर की छत पर है। तो फिर आप हल्के मटेरियल जैसे प्लास्टिक का गमला , प्लास्टिक की बोरी से बने हुए भी गमले प्रयोग में ला सकती है। और आप ग्रो पॉलीथिन , ग्रोबैग का भी प्रयोग कर सकते हैं।
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घर Home की छत के लिए गमलों का चयन - 
घर की छत पर बागवानी करते समय आप कोशिश करें घर की छत पर कम से कम वजन हो। जिससे आप अपने घर की छत पर अधिक से अधिक पौधे लगा सकें। इसके लिए आपको क्या करना है। आप जो कोई भी गमला प्रयोग करें। वह गमला भजन में बहुत ही हल्का होना चाहिए। जैसे ग्रोबैग , प्लास्टिक से बने हुए गमले , पॉलीथिन से बने हुए गमले का प्रयोग भी आप अपने घर की छत पर बागवानी करने के लिए इन गमलों का प्रयोग कर सकती हैं। अगर आप बागवानी अपने बगीचे में कर रहे हैं। तो आप कोई भी कमला प्रयोग कर सकते हैं।

गमले की सबसे महत्वपूर्ण जानकारी -
आप बागवानी अपने घर की छत पर करें। या फिर बगीचे में गमले में पौधे लगाते समय आपको एक विशेष बात का ध्यान रखना है। जिस गमले में आप पौधे लगा रही हैं। उस गमले में ड्रेनेज होम सही संख्या में होने चाहिए। गमले में जितनी अधिक ड्रेनेज होम पौधा उतनी ही तेजी से विकास करेगा।
गमलों में लगे पौधों की देखरेख और महत्वपूर्ण टिप्स Tips -
■ हर महीने गमले का ड्रेनेज होम चेक करना चाहिए। अगर वह मिट्टी से रुका हुआ है। तो आप उसे किसी कील या लकड़ी की सहायता से खोल दे। ड्रेनेज होल के रुकने के कारण पौधों की पत्तियां पीली होने लगती है। पौधे का अच्छी तरह से विकास नहीं हो पाता। और कुछ ही दिनों में पौधा सड़कर के मरने लगता है।

■ गमलों में लगे हुए पौधों की महीने में दो बार निराई गुड़ाई करनी चाहिए। निराई गुड़ाई करने से गमले में खरपतवार जैसे घास फूस है। वह सभी खत्म हो जाता है। और पौधे की ग्रोथ Growthभी तेजी से होने लगती है।

■ गमले में जब भी आप नया पौधा स्विफ्ट करें। तो आप उस गमले की पूरी मिट्टी को निकाल कर उसमें दुबारा नयी मिट्टी और खाद का मिश्रण बनाकर गमले में भरें। क्योंकि 6 महीने में गमले में भरी हुई मिट्टी के पोषक तत्व लगभग खत्म हो जाते हैं। अगर आप शहर में रहते हैं। और गमले की मिट्टी को चेंज नहीं करना चाहते। तो आप उस गमले की मिट्टी की निराई गुड़ाई करके गोबर खाद मिक्स कर दें। गोबर खाद की जगह पर आप कोई भी ऑर्गेनिक कंपोस्ट खाद मिक्स कर सकते हैं। फिर आप उस गमले में कोई भी पौधा लगा सकते हैं।


पौधों में पानी देने का तरीका -
■गमलों में लगे हुए पौधों में आप जब भी पानी दें। तो उस समय मिट्टी सूखी और भुरभुरी होनी चाहिए। अगर गमले में पहले से ही नमी बनी हुई है। तो आप पौधे में पानी ना दें। पौधे में ज्यादा पानी देने के कारण भी पौधा मारने लगता है। पौधे में आप जरूरत के हिसाब से पानी दे।

■ पौधों में आपको पानी सुबह और शाम के समय देना सर्दियों में आपको पौधों में पानी 3 से 4 दिन के बाद देना है। क्योंकि सर्दियों में पौधों को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती। गर्मियों में सबसे अधिक जरूरत होती है पौधों को पानी की गर्मियों में आप पौधों को हर 5 दिन बाद हजारे की सहायता से नहलाना चाहिए। पौधों को नहलाने से पौधों पर मकड़ी , मच्छर आदि सभी बैक्टीरिया भाग जाते हैं। और पौधा भी काफी सुंदर लगने लगता है।


गमलों में खाद देने का तरीका -
■ गमलों में लगे पौधों के विकास के लिये समय-समय पर पौधों में खाद देना जरूरी है। 1 महीने में कम से कम पौधों में दो बार खा देनी चाहिए। आप अपने पौधों में कोई भी ऑर्गेनिक खाद दे सकते हैं। जैसे गोबर खाद , वर्मी कंपोस्ट खाद हैं। पौधों में रासायनिक खाद का प्रयोग बिल्कुल भी ना करें। क्योंकि यह केमिकल खाद होते हैं।और केमिकल हमारे स्वास्थ्य के लिए और हमारे वातावरण के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक है। तो आप ज्यादा से ज्यादा ऑर्गेनिक खाद का प्रयोग करें।


 पौधों में खाद compost कैसे दें -
■ गमले में लगे पौधों के हिसाब से खाद देनी चाहिए। कुछ पौधों को बहुत ही कम खाद की आवश्यकता होती है। और कुछ पौधा को अधिक खाद की आवश्यकता होती है। तो आप पौधों की जरूरत के हिसाब से पौधों में खाद दीजिए। गमले में पौधे लगाने के 20 दिन बाद आपको पौधे में पहली बार खाद देनी है। जब आप पौधों में दूसरी बार खाद लगाएं। तो आप 15 से 20 दिन का अंतर रखें।


गमलों में खाद किस समय दें -
■ गमलों में जब भी आप खाद्य दें तब मिट्टी ना तो अधिक गीली होनी चाहिए ना ही अधिक सूखी होनी चाहिए। पौधे में खाद देते समय आप ध्यान रखें। गमले की मिट्टी नमीयुक्त होनी चाहिए।

■ गमले में लगे पौधों में खाद शाम के समय देनी चाहिए। जिससे पौधे रात भर पोषक तत्वों को अच्छी तरह से ग्रहण कर लें।

■ गमले में लगे हुए पौधों में खाद देने के दो-तीन दिन बाद पौधे में भरपूर पानी दें। जब 3 से 4 दिन के बाद गमले में हल्की-हल्की नमी बनी रहे। तब पौधों की किसी नुकीली चीज से पौधों की हल्की हल्की गुडाई कर दें। ऐसा करने से पौधों की ग्रोथ जो है वह तेजी से होने लगती है।


पौधों की सभी बीमारियों Diseases का एक इलाज -
 जब आप के पौधों में किसी भी बीमारी का अटैक हो तो आप अपने उन पौधों में नीम की पत्तियों के द्वारा बनाए गए पेस्टिसाइड का स्प्रे करें। हम आपको एक पौधे के लिए पेस्टिसाइड बनाना बता रहे हैं। सबसे पहले आपको नीम की पत्तियां लेनी है। पत्तियां आपको 50 ग्राम लेनी है। और उन पतियों को आप अच्छी तरह से मसल लीजिए। उसके बाद आपको लेना है 1 लीटर पानी और उस पानी में आप नीम की पत्तियां डाल दीजिए। और थोड़ा सा आपको लहसुन लेना है। लहसुन को भी आप पीसकर पानी में डाल दीजिए। और उसे छोड़ दीजिए कम से कम 10 दिन के लिए 10 दिन बाद आपका ऑर्गेनिक  पेस्टिसाइड बनकर तैयार हो जाएगा। उस पेस्टिसाइड का छिड़काव आप अपने किसी भी पौधों में कर सकते हैं।

ऑर्गेनिक पेस्टिसाइड बनाने का वीडियो⤵️


















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