घर पर लगें टमाटर के पौधों की देखभाल कैसे करें
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दोस्तों घर पर बागवानी करने का अपना ही एक अलग मजा है। घर पर बागवानी करने से हमें बहुत फायदे हैं।
बाजार से हमें सब्जियां नहीं खरीदनी पड़ती। घर पर उगाई गई सब्जियां केमिकल मुक्त होती हैं। और खाने में भी बहुत टेस्टी होती हैं। आप में से बहुत सारे दोस्तों ने अपने घर के बगीचे में अलग-अलग तरह की सब्जियों को उगाया होगा। आज हम आपको बताने वाले हैं। टमाटर के पौधे में लगने वाली बीमारियों और उसकी रोकथाम के बारे में अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगती है तो आप इसे दूसरे लोगों के साथ भी शेयर जरूर करें।
टमाटर पर आने वाली बीमारियां -
टमाटर के पौधे पर अनेक तरह की बीमारियां प्रकोप करती हैं। टमाटर के पौधे को सबसे अधिक बर्बाद करने वाला अगर कोई कीट है। तो वह है पत्तियां खाने वाले कीड़े यह एक इल्ली होती है। जोकि टमाटर के पौधे की कोमल नई शाखाओं में लग जाती है। और अंदर ही अंदर टमाटर के पौधे की पूरी शाखाओं को खोखला कर के पौधे को पूरी तरह से खराब कर देती हैं।
रोकथाम -
इन इल्लीयों की रोकथाम करने के लिए गोमूत्र और नीम की पत्तियों से घरेलू कीटनाशक बनाकर तैयार रखें। घरेलू कीटनाशक का टमाटर के पौधे पर सप्ताह में दो बार छिड़काव करें। पत्तियां खाने वाली यह इल्ली पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।
फल छेदक कीड़ा -
टमाटर के फल को सबसे अधिक खराब करते हैं। फल छेदक कीड़े टमाटर का ताजा फल दिखने में काफी कोमल और खाने में स्वादिष्ट होता है। इस वजह से टमाटर के फलों में फल छेदक कीड़े बड़ी आसानी से प्रवेश कर जाते हैं। और फल को पूरी तरह से खराब कर देते हैं। यें फल छेदक कीड़े कई अन्य सब्जियों वाले फलों को पूरी तरह से खराब कर देते हैं। जैसे टमाटर , बैगन, टिंडा आदि।
रोकथाम -
टमाटर के फल छेदक कीड़ों से नियंत्रण पानी के लिए टमाटर के पौधे पर फूल आते समय आपको किसी भी साधारण जैविक कीटनाशक का छिड़काव करना चाहिए। घरेलू कीटनाशक बनाने के लिए आपको कुछ चीजों की आवश्यकता होगी। घरेलू कीटनाशक बनाने के लिए आपको एक लहसुन लेना है। और आपको तीखी हरी मिर्च लेनी है। लहसुन और हरी मिर्च को आपको किसी मिक्सी मशीन में अच्छे से पीस लीजिए। और फिर आपको एक प्लास्टिक का बर्तन लेना है। उस बर्तन में आपको लहसुन और हरी मिर्च डाल देनी है। और उसी बर्तन में आपको 300 ग्राम पानी डाल देना है। और उस प्लास्टिक के बर्तन को छोड़ दीजिए कम से कम 15 से 20 दिन के लिए उसके बाद आप का घरेलू कीटनाशक बनकर तैयार हो जाएगा। उस कीटनाशक का आप अपने टमाटर के पौधे पर सप्ताह में दो बार छिड़काव करना फायदेमंद रहेगा।
लीफ कर्ल रोग -
लीफ कर्ल रोग में टमाटर के पौधे की पत्तियां ऊपर की ओर मुड़ जाती हैं। इस बीमारी का टमाटर के पौधे पर अधिक संख्या में प्रकोप होता है। टमाटर के पौधे को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाने वाला यह रोग मौसम में तापमान मैं थोड़ा सा परिवर्तन होने पर बहुत तेजी से फैलने लगता है।
रोकथाम -
टमाटर के पौधे में लगने वाले लीफ कर्ल रोग से छुटकारा पाने के लिए आज हम आपको घरेलू तरीका बताने वाली है। उस तरीके से टमाटर का लीफ कर्ल रोग खत्म हो जाएगा। अगर यह रोग आपके एक टमाटर के पौधे पर है। तो आप उस टमाटर के पौधे को उखाड़ कर जमीन में दबा दें। घरेलू कीटनाशक बनाने के लिए हमें घर की चीजों का प्रयोग करना है। सबसे पहले आपको छांछ यानी कि मट्ठा लेना है। छांछ आपको कम से कम 3 से 4 दिन पुराना लेना है। छाछ आप अपनी जरूरत के हिसाब से ले सकते है। और फिर आपको लेना है एक ताँबे का पात्र अगर आपके पास ताँबे का पात्र नहीं है। तब आप ताँबे की छड़ ले सकते हैं। अगर आपके पास ताँबे का बर्तन है। तो आपको उसमें छाछ लेना है। ताँबे की बर्तन की जगह आप प्लास्टिक का कोई भी बर्तन ले सकते हैं। प्लास्टिक के बर्तन में आपको ताँबे के तार का छोटा सा टुकड़ा डाल देना है। और उस बर्तन को छोड़ देना है कम से कम 8 से 10 दिन के लिए 10 दिन बाद आपका जैविक कीटनाशक बनकर तैयार हो जाएगा उसके बाद आप अपने टमाटर के पौधे पर जैविक कीटनाशक का छिड़काव कर सकती हैं। जैविक कीटनाशक का छिड़काव आपको सप्ताह में दो बार करना है। इस घरेलू जैविक कीटनाशक से लीफ कर्ल रोग हमेशा हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा। तो इस तरीके से आप अपने टमाटर के पौधे को टमाटर में लगने वाली बीमारियों से घरेलू जैविक कीटनाशक के द्वारा बचा सकते हैं।
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