कंटोला घर पर कैसे उगाएं

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घर के बगीचे में या फिर छत पर सब्जियों को उगाने का अपना ही अंदाज है। घर के बगीचे से जो हमें सब्जियां मिलती हैं। वह सब्जियां ताजा और पौष्टिक होने के साथ-साथ जहर मुक्त सब्जियां होती हैं। और ताजा सब्जियों का स्वाद काफी अलग होता है। कंटोला हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। घर के बगीचे में सब्जियों को उगाने के लिए कुछ सावधानियां भी बरतनी पड़ती हैं। उन्हीं में से है कंटोला आज हम आपको घर के बगीचे में कंटोला को उगाना बताएंगे। अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगती है। तो आप इसे दूसरे लोगों के साथ भी शेयर कर सकते हैं।

कंटोला( spiny gourd ) को उगाने का सही समय -
कंटोला दो मौसम में उगाया जाता है। गर्मी और बरसात गर्मी के मौसम में कंटोला लगाने के लिये मार्च में पौधे तैयार किये जाते हैं। बरसात के मौसम के लिये मई-जून के महीने में आप कंटोला के पौधे तैयार कर सकते हैं। कंटोला को आप मार्च से लेकर मई-जून तक कभी भी लगा सकते हैं। इसके लिये न्यूनतम तापमान 27° और अधिकतम तापमान 32° होना चाहिए।

 गर्मी के मौसम -  मार्च में बीज लगायें 
 बरसाती मौसम - मई - जून में बीज लगायें 

 कहां पर लगाये कंटोला के पौधे -
 अगर आपके पास खुद का बगीचा है। तो आप जमीन पर कंटोला के पौधे या फिर बीज लगा सकते हैं। अगर आपके पास खुद का बगीचा नहीं है। आप घर की छत पर कंटोलाषलगाने की सोच रहे हैं। तो फिर आप कम से कम 10'' या उससे बड़ा गमला लेना चाहिए। घर की छत पर अच्छी सब्जियां उगाने के लिये आप ग्रो बैग grow bag का प्रयोग करें। जो बहुत ही फायदेमंद रहती हैं। ग्रो बैग भजन में बहुत ही हल्के होते हैं। और लंबे समय तक खराब भी नहीं होते हैं। तो आप गमलों में या फिर ग्रो बैग में घर की छत पर कंटोला को उगा सकते हैं।

कंटोला के बीज कहां से खरीदें ?
अच्छे कंटोला उगाने के लिये सबसे जरूरी होता है। आपके पास अच्छी क्वालिटी का बीज होना काफी जरूरी होता है। नजदीकी बीज की दुकान से आप अपनी जरूरत के हिसाब से कंटोला के बीज खरीद सकते हैं। कंटोला के बीज आप ऑनलाइन मार्केट से भी खरीद सकते हैं। कंटोला के बीज ऑनलाइन मार्केट से आपको आसानी से मिल जाएंगे।
 
मिट्टी कैसे तैयार करें ? (How to prepare soil)
 घर पर कंटोला उगाने के लिये सबसे जरूरी होता है। मिट्टी की तैयारी। घर पर कंटोला उगाने के लिये आपको 50% अपने बगीचे की मिट्टी लेनी है। और 30% आपको कंपोस्ट खाद लेनी है। 20% आपको रेतीली मिट्टी लेनी है इन तीनों को आपको मिक्स करके मिट्टी तैयार कर लेनी है। मिट्टी तैयार करने के बाद उसे गमले में भर लीजिए ।
 
कंटोला के लिये गमले pot की तैयारी -
कंटोला के बीज गमले में लगाने से पहलें गमले की निचली सतह में पानी निकलने के लिये ज्यादा से ज्यादा छेद होने चाहिये। अगर गमले में छेद नहीं होंगे। तो कंटोला के पौधे का उचित विकास नहीं हो पाएगा। जब पौधे का विकास ही अच्छा नहीं होगा। तो पौधे पर फल और फूल दोनों ही कम आएंगे। तो आप गमले की तली में ज्यादा से ज्यादा छेद बनाएं। उन छेदों में से पानी ही नहीं निकलता। बल्कि  हवा का भी आगमन होता है। जिससे पौधों की जड़ों का उचित विकास हो पाता है।

कंटोला कैसे लगायें ?
25° से  27° तापमान होने पर कंटोला के बीज लगा देने चाहिए। अगर आपके पास खुद का बगीचा है। तो आप अपने बगीचे में कंटोला के बीच लगा दीजिए। अगर आपके पास खुद का बगीचा नहीं है। तो आप अपने घर पर गमलों में भी कंटोला के बीच लगा सकते हैं। उसके बाद मिट्टी में लगातार हल्की-हल्की नमी बनाए रखें। 10 से 15 दिन के अंदर कंटोला के सभी बीज अंकुरित हो जाएंगे।

 कंटोला की देखरेख (spiny gourd plant care )-
जब कंटोला के पौधे उगकर 4 से 5 दिन के हो जाएं। तब आप उस गमले को छायादार या जहां सुबह शाम की हल्की धूप आती हो ऐसी जगह रखिए। जब कंटोला के पौधे 15 से 20 दिन के हो जाएं। तब आप उस गमले को खुली धूप में रख दीजिए। जब कंटोला के पौधे 20 दिन के हो जाएं। तब आपको पौधे के चारों तरफ हल्की-हल्की गुड़ाई कर देनी है। इससे मिट्टी में भी हवा लग जाएगी। और गमले में जो घास फूस है। वह भी बहर निकल जाएगा। उसके बाद कंटोला के पौधे में 100 - 150 ग्राम कोई भी ऑर्गेनिक खाद जैसे वर्मी कंपोस्ट है गोबर खाद आदि लगायें। और उसके बाद पानी दे। और इस प्रकार कंटोला के पौधों में आप महीने में दो बार खाद दे सकते हैं।

कंटोला के लिये खाद की मात्रा (spiny gourd plant fertilizer) -

10-12 इंच के गमले में 50-150 ग्राम गोबर खाद एक महीने में दो बार देनी है।

10-12'' के गमले में 50 ग्राम वर्मी कंपोस्ट एक महीने में दो बार देनी है।

 ऊपर बताई गयी खालों में से कोई एक खाद ही आपको अपने कंटोला के पौधों में देनी है। कंटोला के पौधों से ज्यादा उत्पादन लेने के चक्कर सभी खाद एक साथ पौधों में ना लगायें। वर्ना आपके कंटोला के पौधे जलकर मर सकती हैं।

खाद का प्रकार -
अगर आप घर के बगीचे में या फिर घर की छत पर सब्जियां उगाते हैं। तो मुझे उम्मीद है। आप जैविक खाद का ही प्रयोग करते होंगे। अगर आप जैविक खाद का प्रयोग नहीं करती हैं। रासायनिक खाद का प्रयोग करती हैं। तो मेरा आपसे निवेदन है। आप अपने पौधों में जैविक खाद का ही प्रयोग करें। ना कि रासायनिक खाद का रासायनिक खाद हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक है।

कंटोला पर आने वाली बीमारियां एवं रोकथा -

मुजैक रोग -
■कंटोला की बेल में मुजैक एक रोग लगता है। यह एक वायरस है। इस रोग में कंटोला की पत्तियां सिकुड़ जाती हैं। और सफेद मक्खी इस वायरस को एक बेल से दूसरी बेल पर और दूसरी बेल से तीसरी बेल पर बैठकर सारी बेलों को प्रभावित करती है। इसके लगते ही 10-15 दिनों के अंदर ही कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करना चाहिए।








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